*जबलपुर पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से हाने वाले अर्थिक नुकसान से दम्पति को बचाया गया

पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) के निर्देशन में सायबर फ्रॉड की रोकथाम हेतु सायबर सेल जबलपुर द्वारा निरंतर सायबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। विभिन्न कार्यक्रमों, समाचार पत्र-पत्रिकाओं, सोशल मीडिया के माध्यम से स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं, शासकीय संस्थानों एवं लोगों को सायबर अपराधों से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं।
इसी तारतम्य में आज दिनांक 09.12.2025 को सायबर सेल जबलपुर में सूचना प्राप्त हुई कि एक दम्पति को डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी दी जा रही है।
सूचना पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री जितेन्द्र सिंह एवं सायबर सेल से उप निरीक्षक नीरज सिंह नेगी द्वारा तत्काल घटना स्थल पर पहुँचे ।
पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि दिनांक 06.12.2025 को सुबह लगभग 08.00 बजे दम्पति के पास एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने स्वयं को एटीएस अधिकारी बताकर कहा कि आपका संबंध आतंकी अफजल खान से है और आपके नाम की सिम का उपयोग देश की गोपनीय जानकारी बाहर भेजने में हुआ है। कॉलर ने ष्ैपहदंस ।चचष् डाउनलोड करवाकर वीडियो कॉल पर दम्पत्ति को निगरानी में रखा और डराया-धमकाया कि गलत जानकारी देने पर जेल हो सकती है एवं किसी को बताने पर उन्हें आतंकियों से खतरा है।
कॉलर ने दम्पति से उनके परिवार के सदस्यों की जानकारी, आधार नंबर, मोबाइल नंबर तथा बैंक खातों, एफडी और म्यूचुअल फंड से संबंधित जानकारी मांगी। फिर यह कहकर कि आपके खाते में 70 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग से 70 लाख रुपये कमीशन के रूप में आए हैं, कॉलर ने उन्हें बैंक जाकर आरटीजीएस के माध्यम से राशि ट्रांसफर करने, एफडी तुड़वाने तथा डव्क् के 10 लाख रुपये स्थानांतरित करने हेतु दबाव डाला।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री जितेन्द्र सिंह द्वारा स्वयं पहुंचकर त्वरित कार्रवाई करते हुए दम्पति को आर्थिक नुकसान से बचाया गया।
सायबर सेल की त्वरित कार्रवाई से दम्पति को ठगी और आर्थिक हानि से बचाया जा सका तथा इस जालसाजी के व्यापक नेटवर्क की भी जांच प्रारंभ कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) द्वारा संस्कारधानीवासियों से अपील की गई है कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन या व्हाट्सएप कॉल पर की जाने वाली संदिग्ध पूछताछ या धमकियों पर विश्वास न करें, अपनी बैंक या व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें। यदि इस प्रकार की कोई संदिग्ध कॉल या ऑनलाइन धोखाधड़ी, सायबर फ्राड की जानकारी मिले तो तत्काल सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी पुलिस थाने में सूचना दें।





