*विजय दशमीं के अवसर पर पुलिस लाईन जबलपुर में किया गया शस्त्र एवं वाहन पूजन*

*👉भारतीय संस्कृति में शास्त्र और शस्त्र दोनों के पूजन का विधान है- मान्नीय मंत्री श्री राकेश सिंह*
विजयादशमी के अवसर पर आज दिनॉक 12-10-24 को प्रातः 10-30 बजे पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे मान्नीय लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह, मान्नीय सांसद श्री आशीष दुबे, मान्नीय विधायक श्री अशोक रोहाणी, मान्नीय विधायक श्री नीरज सिंह ठाकुर, पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर श्री अनिल सिंह कुशवाह (भा.पु.से.), पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री तुषार कांत विद्यार्थी (भा.पु.से.), कलेक्टर जबलपुर श्री दीपक सक्सेना (भा.प्र.से.), पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) ने भारतीय परंपरा अनुसार शस्त्र पूजन किया।
शस्त्र पूजन के अवसर पर पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा श्री आशीष खरे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री आनंद कलादगी (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री सूर्यकांत शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमति सोनाली दुबे तथा नगर पुलिस अधीक्षक अधारताल श्रीमति प्रियंका करचाम, , नगर पुलिस अधीक्षक रांझी श्री विवेक कुमार गौतम, नगर पुलिस अधीक्षक गढा श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, उप पुलिस अधीक्षक माढोताल श्री बी.एस. गोठरिया, तथा रक्षित निरीक्षक श्री जय प्रकाश आर्य, एवं पुलिस लाईन के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मान्नीय मंत्री श्री राकेश सिंह ने कहा कि भारत की प्राचीन परंपरा व संस्कृति में शास्त्र और शस्त्र दोनो के पूजन का विधान है। प्राचीन काल से शासन व्यवस्था में शास्त्र की आवश्यकता है, ताकि शासन ठीक से चले, नागरिक विधि-विधान से आगे बढ़े, उसके लिए शास्त्र का मार्गदर्शन आवश्यक है, लेकिन जो लोग विधि अनुसार नही चलते, उनके लिए शस्त्र की आवश्यकता भी होती है। इसलिए शास्त्र और शस्त्र दोनों के पूजन का विधान हमारी परंपरा में है। विशेष रूप से पुलिस के पास अधिकार है कि, वे शास्त्र का और शस्त्र का रक्षण करें तथा ऐसे लोगों का भी रक्षण करे जो संविधान व शासन के दायरे में है।

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