*पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह ने ली अपराध समीक्षा बैठक*

*👉 कहा कि गुंडे बदमाशों के विरुद्ध उनके अपराधिक रिकॉर्ड को दृष्टिगत रखते हुए करें प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही*

*👉🏻आपकी कार्यवाही निश्पक्ष होना चाहिये, आपकी कार्यवाही से आम नागरिकों में हो पुलिस के प्रति सुरक्षा का भाव तथा असमाजिक तत्वों/गुण्डे बदमाशों में हो पुलिस का खौफ*

*👉लंबित धारा 363 भादवि/137 (2) बीएनएस के प्रकरण में अपहृत अवयस्क बालक/बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु करें हर सम्भव प्रयास*

*👉 लंबित एस.सी./एस.टी. के प्रकरणों में पीड़ित को तत्काल दिलाई जाये राहत राशि*

*👉 गम्भीर अपराध में हर हाल में अपराधी को उसके किये का दंड मिलना चाहिए*

आज दिनॉक 13-7-24 को दोपहर 12 बजे पुलिस कंट्रोलरूम जबलपुर में पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) के द्वारा अपराध समीक्षा बैठक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुश्री सोनाक्षी सक्सेना (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात श्री प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री सूर्यकांत शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति सोनाली दुबे की उपस्थिति में ली गई। बैठक में जिले में पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी शहर एवं देहात तथा चौकी प्रभारी उपस्थित रहे।

पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) द्वारा बैठक में सर्वप्रथम न्यू क्रिमिनल लॉ के क्रियान्वयन के संबंध में किसी भी प्रकार की कोई व्यावहारिक कठिनाई तो नहीं आ रही है के संबंध में चर्चा करते हुए आपने थानो मे लंबित गम्भीर अपराध हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, बलात्कार आदि के 1-1 अपराध की समीक्षा की एवं थाना प्रभारियों से उक्त प्रकरण के लंबित होने का कारण जाना तथा निकाल के सम्बंध मे आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

चिन्हित गम्भीर अपराध में हर हाल में आरोपी को उसके किये की सजा होनी चाहिये, इस हेतु विवेचना मे किसी भी प्रकार की कोई ,त्रुटि न हो इसका ध्यान रखें। एफआईआर से लेकर , गिरफ्तारी, चालान ही मुख्य कार्यवाही नहीं है, प्रकरण के विचारण के दौरान फालोअप करते हुये अपराधी को सजा दिलायें। चालानी कार्यवाही के दौरान आरोपी की पहचान हेतु उसका वोटर आईडी/ड्राईविंग लायसेंस/पैनकार्ड आवयश्क रूप से लगाया जाना सुंनिश्चित करें।

पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध लंबित विभागीय जांच के प्रकरणों मे भी समय-सीमा निर्धारित कर उनका निराकरण करने के निर्देश दिए गए।

माननीय उच्च न्यायालय से प्राप्त नोटिस/समंस/वारंट की तामीली हेतु टीम बनाकर समय पर तामीली करायें।

सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा करते हुये कहा कि चिन्हित किये गये ब्लैक स्पॉट में हो रही सड़क दुर्घटनाओं के कारण एवं उनके निदान के लिए किये जाने वाले सुधारात्मक उपाय के संबंध में संबंधित रोड एजेंसियों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर संबंधित रोड एजेंसीज, संबंधित थाना प्रभारी, यातायात पुलिस अधिकारी ब्लैक स्पॉट एवं थाना के अन्य दुर्घटनाजन्य स्थानों का संयुक्त निरीक्षण करते हुये हो रही सडक दुर्घटनाओं के कारण का पता कर उनके निदान हेतु चिन्हित किये गये ब्लैक स्पॉट पर आवश्यकतानुसार रंबल स्ट्रिप, स्पीड ब्रेकर, संकेतक बोर्ड एवं सूचना बोर्ड लगवाये ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके।

थाने में कोई पीडित अपने आपको असहाय समझ कर आता है, उसकी अपेक्षा होती है कि जो भी कानूनी प्रावधानो के तहत कार्यवाही बनती है की जाये, आपका भी दायित्व बनाता है कि उसे सौहाद्रपूर्ण माहौल दे तथा पीडित की समस्या को ध्यान से शालीनता पूर्वक सुनें और तत्काल विधिसम्मत कार्यवाही करते हुये उसे राहत पहुंचायें।

लंबित धारा 363 भादवि/137 (2) बीएनएस के प्रकरण में अपहृत अवयस्क बालक/बालिकाअेंा की हर सम्भव प्रयास कर दस्तयाबी हेतु निर्देशित करते हुये घटित हुये सम्पत्ति संबंधी अपराधों में चोरी गई सम्पत्ति की बरामदगी के हर सम्भव प्रयास करें इस हेतु पूर्व में पकड़े गये एवं जेल से रिहा हुये सम्पत्ति सम्बंधी अपराधियों से पूछताछ करते हुये उनकी गुजर बसर की जांच करें।

लंबित सी.एम. हैल्प लाईन की शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर त्वरित संतुष्टीपूर्ण निकाल करें। साथ ही सी.सी.टी.एन.एस. में सभी प्रकार की प्रविष्टियों को एवं रोड एक्सिडेंट के प्रकरणों का डाटा ‘‘आई रेड एप’’ (इंटीग्रेटिड रोड एक्सिडेंट डाटाबेस) में समय का विशेष ध्यान रखते हुये अपलोड करें।

लंबित एस.सी./एस.टी. के प्रकरणों की आपके द्वारा समीक्षा करते हुये निकाल के सम्बंध मे आवश्यक दिशा निर्देश दिये तथा आदेशित किया कि पीड़ित को तत्काल राहत राशि दिलाई जाये।

173 (8) एवं 299 जा.फौ. के प्रकरणों में फरार चल रहे आरोपी की पतासाजी करते हुये शीघ्र गिरफ्तारी करते हुए प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर निकाल करायें ।
इसके साथ ही आपने त्रिवार्षिक तुलनात्मक प्रतिबंधात्मक कार्यवाही (107/116 जाफो, 110 जा.फौ, जिला बदर, एन.एस.ए.) एवं माईनर एक्ट (जुआ-सट्टा, आर्म्स एक्ट, आबकारी एक्ट ) की विस्तार से समीक्षा करते हुये आदेशित किया कि शाम की गणना के पश्चात अधिक से अधिक बल के साथ थाना क्षेत्र के अपराध संभावित क्षेत्र एवं पूर्व में जहॉ पर चेन/मोबाईल स्नेचिंग एवं चाकू बाजी की घटनायें हुई है तथा एैसे सार्वजनिक स्थान जहॉ पर शराबखोरी होती है प्रभावी पैट्रोलिंग करते हुये मिलने पर वैधानिक कार्यवाही करें।

शासकीय वाहनो में बलवा ड्रिल सामाग्री, टियर गैस, टार्च, वीडियो कैमरा, लाउड हेलर आवश्यक रूप से रखे, वाहन का पीए एवं सायरन सिस्टम चालू हालत मे हो यह सुनिश्चित करें। छोटी सी घटना की जानकारी भी लगती है तो तत्काल मौके पर पहुंचकर वैधानिक कार्यवाही करें, हमारी कार्यवाही निश्पक्ष होना चाहिये हमारा प्रमुख उद्देश्य शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखना है इसमे किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होना चाहिये। आपकी कार्यवाही से आम नागरिकों में पुलिस के प्रति सुरक्षा का भाव हो तथा असमाजिक तत्वों/गुण्डे बदमाशों में पुलिस का खौफ होना चाहिये।

मोहर्रम पर्व को 10 टिकट रखते हुए अंत में आपने कहा कि ने कहा कि आने वाले 4-5 दिन कानून व्यवस्था की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, आपके द्वारा जो थाना स्तर पर बैठकर ली गयी है उसमे यदि कोई ईश्यू आया हो तो चर्चा कर उसका तत्काल उचित समाधान करें। जुलूस के मार्ग पर पैदल भ्रमण करते हुये जुलूस के मार्ग में अच्छी साफ सफाई एवं लाईट की व्यवस्था हो यह सम्बंधित विभाग से चर्चा कर सुनिश्चत करायें, साथ ही यदि कोई तार कम उंचाई पर है तो उसे व्यवस्थित करायें। जहॉ जहॉ पूर्व में विवाद हुये है, एैसे स्थानों पर निगाह रखें, क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर फिक्स प्वाईट लगायें जायेगे, जो भी अधिकारी कर्मचारी लगाये जाये उन्हें ब्रीफ कर लगाये जाये।

सभी नगर राजपत्रित अधिकारी अपने सम्बंधित एस.डी.एम. एवं थाना प्रभारी अपने सम्बंधित तहसीलदार के साथ संयुक्त रूप से थाना क्षेत्र मे भ्रमण करें, एैसे समय में कुछ अशांतिप्रिय एवं विध्नसंतोषी तत्व सक्रीय रहते है, जो जुलूस आदि के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने का प्रयास करते है, एैसे लोगो पर सतत निगाह रखी जाये, अपने क्षेत्र मे भ्रमण करें, समाज के हर वर्ग के लोगो से आप सभी सम्वाद स्थापित करें, इससे आपको महत्वपूर्ण सूचनायें प्राप्त होंगी जो आने वाले दिनों में शांति एंव कानून व्यवस्था बनाये रखने में काफी उपयोगी होगी। एैसे आसमाजिक तत्व जिनके सम्बंध मे जरा भी अन्देशा है कि वे अशांति का वातावरण निर्मित कर सकते है चिन्हित करते हुये उनके विरूद्ध उनके अपराधिक रिकार्ड को दृष्टिगत रखते हुये प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करें। हमारा प्रमुख उद्देश्य मोैहर्रम पर्व को शांति पूर्वक सम्पन्न कराना है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होना चाहिये।

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