*07 वर्ष से पैरोल से फरार गैरम्यादी वारंटीं जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर ने किया था 10 हजार रूपये का नगद ईनाम, उद्घोषित*
*👉 पकड़ा गया पूना से , नाम बदल कर होटल में कर रहा था वेटर का काम*
मान्नीय न्यायालय द्वारा थाना अधारताल के अपराध क्रमंाक 22/11 धारा 449, 302, 34, 392, 397, 120 बी भादवि के प्रकरण में सजायाफ्ता श्यामू बर्मन पिता बहादुर बर्मन निवासी छुई खदान गढा के पैरोल पर (जेल अवकाश) से वापस सजा भुगतने जेल दाखिल न होते हुये फरार हो जाने के परिपेक्ष्य में थाना सिविल लाईन में 281/17 धारा 224 भादवि एवं 31 ग,घ, बंदी संशोधन धिनियम 1985 दर्ज होकर आरोपी श्याम बर्मन जिसके विरूद्ध मान्नीय न्यायालय श्री राजकुमार यादव सी,जे,एम, जबलपुर द्वारा प्रकरण क्रमंाक 8406/17 में स्थाई वारंट जारी किया गया है। आरोपी श्यामू बर्मन का स्थाई वारंट थाना सिविल लाईन में लंबित है। जारी गैरम्यादी वारंट की तामीली के लगातार प्रयास किये गये किंतू श्यामू बर्मन की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी।
पैरोल से फरार गैरम्यादी वारंटी श्यामू बर्मन निवासी छुई खदान गढा को गिरफ्तार करने वाले या गिरफ्तारी हेतु सूचना देने वाले या गिरफ्तारी मे सहयोग प्रदान करने वाले को 10,000 रूपये के नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की उद्घोषणा पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) द्वारा की गयी।
*पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.)* के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति सोनाली दुबे एवं नगर पुलिस अधीक्षक अधारताल श्रीमति प्रियंका करचाम के मार्गनिर्देशन में थाना प्रभारी अधारताल श्री राजकुमर खटीक के नेतृत्व में टीम गठित कर लगायी गयी।
गठित टीम को तलाश पतासाजी के दौरान विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि पैरोल से फरार गैरम्यादी वारंटी श्यामू बर्मन निवासी छुई खदान गढा का पूना में अपना नाम बदल कर होटल में वेटर का काम कर रहा है। सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुये दबिश देते हुये पूना के होटल जहॉ श्यामू बर्मन नाम बदलकर अपना नाम अमित पटेल बताकर वेटर का काम कर रहा था को पकड़ा जाकर विधिवत कार्यवाही करते हुये जबलपुर लाकर केन्द्रीय जेल जबलपुर में निरूद्ध कराया गया है।
*उल्लेखनीय भूमिका:-* विगत 7 वर्षो से पैरोल से फरार ईनामी वारंटी को पकडने में नगर पुलिस अधीक्षक अधारताल श्रीमति प्रियंका करचाम, थाना प्रभारी अधारताल श्री राजकुमार खटीक के निर्देशन में उप निरीक्षक चंद्रकांत झा, सहायक उप निरीक्षक राम सनेह शर्मा, आरक्षक राजेश केवट, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक अमित पटेल आरक्षक अरविंद विश्वकर्मा, योगेश मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही।