*थाना कुण्डम अंतर्गत हुई अंधी हत्या का 24 घंटे के अंदर खुलासा*
*👉प्रेम प्रसंग के चलते पिता-पुत्र ने फरसे एवं डण्डे से हमला कर की थी हत्या, आरोपी पिता-पुत्र गिरफ्तार*
*घटना का विवरण:-* थाना कुण्डम में दिनांक 18-3-24 को आशीष पटैल निवासी ग्राम कल्याणपुर की किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार वस्तु से चोट पहुॅचाकर हत्या कर देने की सूचना पर थाना प्रभारी कुण्डम श्री अनूप कुमार नामदेव हमराह स्टाफ के पहुंचे जहॉ संतोष पटैल उम्र 48 वर्ष निवासी कल्याणपुर ने बताया कि दिनंाक 17-3-24 की रात लगभग 9-30 बजे उसने चाचा के लडके आशीष पटैल को उनकी किराना दुकान में देखा था तथा रात लगभग 12 बजे आशीष के भाई सतीष पटैल ने घर में आंगन में आशीष को देखा था उसके बाद सतीष पटैल घर में सो गया था । सुबह आशीष पटैल के पापा ज्ञानचंद पटैल ने कल्याणपुर पंचायत भवन के बाजू में लगे बरगद के पेड के नीचे आशीष पटैल केा मृत अवस्था मे पड़ा देखा एवं हमें सूचना दी, हम सभी तुंरत पहुचे तो देखे कि चचेरे भाई आशीष पटैल का शव बरगद के पेड़ के नीचे चित्त हालत में पड़ा था, जिसके वाये आंख के ऊपर माथे में वायें तरफ गाल, नाक, सिर में चोट के निशान थे खून निकल रहा था। किसी अज्ञात व्यक्ति ने धारदार वस्तु से हमला कर चचेरे भाई आशीष पटैल उम्र 28 वर्ष की हत्या कर दी है।
घटित हुई घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया, सूचना पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) के निर्देश पर डॉग स्क्वाड, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट श्री अखिलेश चौकसे, उप पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुश्री आकांक्षा उपाध्याय, एफएसएल अधिकारी डॉक्टर नीता जैन , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप कुमार शेण्डे मौके पर पहुंचे।
वरिष्ठ अधिकारियों एवं एफ.एस.एल. टीम की उपस्थति में पंचनामा कार्यवाही कर शव को पीएम हेतु भिजवाते हुये अज्ञात आरोपी के द्वारा हत्या करना पाया जाने पर धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण विवेचना में लिया गया।
*पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.)* द्वारा पतासाजी करते हुये आराोपी की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप कुमार शेण्डे, उप पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुश्री आकांक्षा उपाध्याय, के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कुण्डम श्री अनूप कुमार नामदेव के नेतृत्व में टीम गठित कर लगायी गयी ।
गठित टीम को पतासाजी के दौरान विश्वसनीय मुखबिर से जानकारी प्राप्त हुई कि गॉव के विकास पटेल की बहन से मृतक के प्रेम सम्बंध थे। आशीष पटेल का बहन से मिलना जुलना एंव बातचीत करना विकास पटेल एवं उसके परिवार वालों को पसंद नहीं था। संदेही विकास पटेल उम्र 19 वर्ष निवासी कल्याणपुर को अभिरक्षा मे ंलेकर सघन पूछताछ की तो विकास पटेल ने अपने पिता देवलाल के साथ मिलकर आशीष पटेल की हत्या करना स्वीकार करते हुये बताया कि दिनॉक 18-3-24 को उसकी बहन रात 00-30 बजे पंचायत भवन के पास बरगद के पेड के नीचे आशीष पटेल से मिलने के लिये गयी थी, उसने यह बात अपने पिता को बतायी एवं पिता के साथ पीछा करता हुआ बरगद के पेड के नीचे पहुंचे तथा अंधेरे का फायदा उठाकर उसने आशीष के सिर मे फरसा एवं पिता देवलाल पटेल ने डण्डे से हमला कर चोट पहुंचा दी जिससे आशीष पटेल वहीं पर गिर पड़ा तो वापस लौट कर अपने घर आ गये थे। पित देवलाल पटेल उम्र 48 वर्ष को सरगर्मी से तलाश कर अभिरक्षा मे लेते हुये दोनेां की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त फरसा एवं डण्डा तथा घटना के वक्त पहने हुये कपड़े जप्त करते हुये आरोपी पिता-पुत्र को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये न्यायिक अभिरक्षा मे जेल भेज दिया गया।
*उल्लेखनीय भूमिका-* अंधी हत्या का 24 घंटे कें अंदर खुलासा कर आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी कुण्डम श्री अनूप कुमार नामदेव के नेतृत्व में उप निरीक्षक दामेन्द तुरकर, उप निरीक्षक हरिलाल उरवे, सहायक उप निरीक्षक राजकुमार, प्रधान आरक्षक भूपत पटेल, विमल, रविकांत, आरक्षक मोती, भरत उरेती, जय प्रकाश यादव, नरेन्द्र, राज, सरोज एवं सायबर सेल के आरक्षक दुर्गेश की सराहनीय भूमिका रही।