*नवरात्रि एवं दशहरा पर्व को लेकर पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर श्री अनिल सिंह कुशवाह द्वारा पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री तुषार कांत विद्यार्थी, पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह की उपस्थिति में जिले में पदस्थ समस्त राजपत्रित एवं थाना प्रभारियों की ली गयी बैठक*

*👉कहा पारम्परिक स्थानों पर ही स्थापित की जायेंगी प्रतिमायें तथा पारम्परिक मार्ग से ही निकाला जावेगा जुलूस*

*👉मंदिरों में जल चढ़ाने हेतु जाने वाली महिलाओं के रास्तों पर हो पर्याप्त प्रकाश एवं पुलिस की पैट्रोलिंग व्यवस्था*

*👉 बड़े कार्यक्रम स्थलों में जहॉ पर अधिक संख्या में श्रृद्धालुओं की भीड़ होती है में यदि प्रथक से निर्गम द्वार नहीं है तो अनिवार्य रूप से बनवाया जाये*

*👉 गरबा के आयोजन खुले स्थान में न हों, गरबा आयोजन स्थल पर आवश्यक रूप से लगाये जाये सी.सी.टी.व्ही. कैमरे, गरबा के आयोजकों से चर्चा कर सुनिचित करें*

*👉छोटी से छोटी घटना की जानकारी लगने पर तत्काल पहुचें मौके पर, करें विधि सम्मत कार्यवाही*

*👉विध्न संतोषी तत्वों पर रखी जाये निगाह, सक्रीय गुण्डे बदमाशों के विरूद्ध उनके अपराधिक रिकार्ड का ध्यान में रखते हुये करें प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही*

*👉 स्थल एवं विसर्जन स्थल के मार्ग पर हो पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था एवं मार्ग हो दुरुस्त हालात में*

आज दिनॉक 2-10-24 को दोपहर 1 बजे पुलिस कंट्रोलरूम जबलपुर में नवरात्रि एवं दशहरा पर्व को लेकर पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर श्री अनिल सिंह कुशवाह (भा.पु.से.) द्वारा पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री तुषार कांत विद्यार्थी (भा.पु.से.) एवं पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) की उपस्थिति में बैठक ली गयी।

बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री आनंद कलादगी (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) श्री प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण ) श्री सूर्यकांत शर्मा तथा जिले मंे पदस्थ समस्त नगर पुलिस अधीक्षक/उप पुलिस अधीक्षक/एस.डी.ओ.पी. एवं समस्त थाना प्रभारी शहर एवं देहात तथा चौकी प्रभारी उपस्थित रहे।

*पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर श्री अनिल सिंह कुशवाह (भा.पु.से.)* द्वारा बैठक मे सर्वप्रथम नवरात्रि एवं दशहरा पर्व के सम्बंध में एक-एक थाना प्रभारी एवं राजपत्रित अधिकारियों से उनके थानों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम गरबा, चल समारोह एंव भण्डारे कार्यक्रमों की जानकारी ली तथा सभी को निर्देशित किया गया कि दुर्गा जी/काली जी की प्रतिमाये पारम्पिरिक स्थानों पर ही स्थापित की जावे, इसके साथ ही जो जुलूस का पारम्परिक रूट है उसी रूट से जुलूस निकाला जावेगा। संवेदनशील स्थानों पर फिक्स पिकेट्स लगाये जाये। थाना क्षेत्र में प्रतिमा स्थापित करने वाली समितियों के आयोजकों, डीजे, लाईट के संचालकों एवं भण्डारे का आयोजन करने वालों तथा चल समारोह निकालने वाली समितियों के सदस्यों की बैठक लेकर सभी को स्पष्ट रूप से बताये जावे कि पण्डाल बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि पण्डाल इस प्रकार से बनाया जावे जिससे आवागमन अवरूद्ध न हो तथा आने जाने वाले आम नागरिको को किसी प्रकार की असुविधा न हो, पण्डाल में सीजफायर एवं रेत से भरी बाल्टी आवश्यक रूप से रखना सुनिश्चित करें ताकि छोटी-मोटी अग्नि दुर्घटना को तत्काल नियंत्रित किया जा सके। दान पेटी को रात्रि में जब पण्डाल को बंद करते है, पण्डाल मे न रखकर अध्यक्ष/कोषाध्यक्ष के पास सुरक्षित रखवाया जाये क्योंकि कई बार दान पेटी चोरी होने की घटनायें हो जाती है जिससे विवाद की स्थिति निर्मित होती है। पण्डाल को चारों तरफ कनात से अच्छी तरह घिरवाया जाये ताकि पण्डाल मे कोई मवेशी न घुस सके, कई बार प्रसाद खाने के लिये मवेशी घुस कर प्रतिमा को छतिग्रस्त कर देते है जिससे अप्रिय स्थिति निर्मित होती है।

विसर्जन स्थल एवं विसर्जन स्थल के मार्ग पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था एवं मार्ग दुरुस्त हालात में होना चाहिए, यदि नहीं है तो नगर निगम नगर/ पालिका/ नगर परिषद के अधिकारियों से चर्चा कर व्यवस्था सुनिश्चित करायें।

थाना क्षेत्र में स्थापित की जाने वाली प्रत्येक प्रतिमा की जवाबदारी थाने मे पदस्थ आरक्षक/प्रधान आरक्षक /सहायक उप निरीक्षक एवं बीट प्रभारी की सुनिश्चित की जावे, जो प्रतिमा स्थापित होने से विसर्जन होने तक पूरी जानकारी रखेंगे। इसके साथ ही रात्रि एवं प्रभात चैक गस्त अधिकारी हर घंटे पण्डालों को चैक करते हुये वालियंटिर्स की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुये पण्डाल मे रखे गये रजिस्टर में हस्ताक्षर करेंगे। जहॉ जहॉ पूर्व में विवाद हुये है, एैसे स्थानों पर निगाह रखें, तथा संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुये एैसे स्थानों पर फिक्स प्वाईट लगायें जाये तथा जो भी अधिकारी कर्मचारी लगाये जाये उन्हें ब्रीफ कर लगाये जाये। मंदिरों में जल चढाने हेतु जाने वाली महिलाओं के रास्तों पर पर्याप्त प्रकाश एवं पुलिस की पैट्रोलिंग व्यवस्था हो सुनिश्ति करें। बड़े कार्यक्रम स्थलों में जहॉ पर अधिक संख्या में श्रृद्धालुओं की भीड़ होती है में यदि प्रथक से निर्गम द्वार नहीं है तो अनिवार्य रूप से बनवाया जाये।
गरबा के आयोजकों से चर्चा कर सुनिचित करें कि गरबा के आयोजन खुले स्थान में न हों, गरबा आयोजन स्थल पर आवश्यक रूप से सी.सी.टी.व्ही. कैमरे लगाये जाये। छोटी सी घटना की जानकारी भी लगती है तो तत्काल मौके पर पहुंचकर वैधानिक कार्यवाही करें, हमारी कार्यवाही निश्पक्ष होना चाहिये हमारा प्रमुख उद्देश्य शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखना है इसमे किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होना चाहिये।

*पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री तुषार कांत विद्यार्थी (भा.पु.से.)* ने कहा कि दुर्गा उत्सव समिति के सदस्यों , गरबा एवं भण्डारे का आयोजन करने वाले आयोजकों से चर्चा कर सुनिश्चित करें कि यातायात बाधित न हो, सुबह 4 बजे से ही महिलायें मंदिर में जल चढाने जाती है आने जाने वाले रास्तों पर प्रभावी रूप से प्रभात गस्त हो। विधुत साज सजावट मे कटे-फटे तारों का उपयोग नहीं होना चाहिये। विधुत साज सज्जा इस प्रकार से की जावे कि इमरजेंसी वाहन, फायर ब्रिगेड, पुलिस वाहन, एम्ब्यूलेंस आदि आसानी से आ जा सके, इस हेतु क्रास लाईटिंग न करें, दोनों तरफ साईड मे लाईटिंग करें। पंडालों पर अग्निशमन यंत्र एवं रेत से भरी बाल्टी आवश्यक रूप से रखी जाये ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो। इसके साथ ही सी.सी.टी.व्ही. कैमरे लगवाये जाये तथा 2-2 वालेंटियर राउड द क्लाक पण्डाल मे मौजूद रहें। विसर्जन स्थलों पर होमगार्ड एवं स्थानीय तैरक उपस्थित हो सुनिश्चित करें।

*पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.)* ने कहा कि संस्कारधानी में दुर्गा उत्सव पर्व बड़े ही धूमधाम एवं वृहद स्तर पर मनाया जाता है जिसकी ख्याति पूरे प्रदेश में है। सप्तमी, अष्टमी एवं नवमीं को शाम से ही श्रृद्धालु शहर में जगह जगह सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित दुर्गा जी की प्रतिमाओं के दर्शन हेतु निकल पड़ते है, जिसकोे लेकर विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है एैसे समय में कुछ अशांतिप्रिय एवं विध्नसंतोषी तत्व सक्रीय रहते है, जो व्यवधान उत्पन्न करने का प्रयास करते है, एैसे लोगो पर सतत निगाह रखी जाये, अपने क्षेत्र मे भ्रमण करें, समाज के हर वर्ग के लोगो से आप सभी सम्वाद स्थापित करें, इससे आपको महत्वपूर्ण सूचनायें प्राप्त होंगी जो आने वाले दिनों में शांति एंव कानून व्यवस्था बनाये रखने में काफी उपयोगी होगी। एैसे आसमाजिक तत्व जिनके सम्बंध मे जरा भी अन्देशा है कि वे अशांति का वातावरण निर्मित कर सकते है चिन्हित करते हुये उनके विरूद्ध उनके अपराधिक रिकार्ड को दृष्टिगत रखते हुये तत्काल प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाये। वाहनो में बलवा ड्रिल सामाग्री, टियर गैस, टार्च, वीडियो कैमरा, आवश्यक रूप से रखे, वाहन का पीए सिस्टम चालू हालत मे हो यह सुनिश्चित करें।

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