*पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में आई.एस.ओ. सर्टिफिकेट हेतु अनिवार्य मानकों को शत-प्रतिशत पूर्ण करने पर जबलपुर जिले के 5 थानों को मिला ‘‘आई.एस.ओ सर्टिफिकेट’’*

पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर श्री अनिल सिंह कुशवाह (भा.पु.से.), पुलिस उप महानिरिक्षक श्री तुषार कांत विद्यार्थी (भा.पु.से.) एवं पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में जनता की शिकायतों का निर्धारित समय पर निराकरण करने, अपराधियों को पकड़ने, थाने के रखरखाव व रिकॉर्ड कम्प्यूटराइज्ड होने के साथ जनता के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने पर जबलपुर जिले के 5 थाने थाना सिविल लाईन, ओमती, लार्डगंज, मदनमहल एवं भेडाघाट को अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन ने आई.एस.ओ सर्टिफिकेट (ISO – International Organization for Standardization ) जारी किया है। जिले में यह पहली बार है जब एक साथ 5 थानों को आईएसओ सर्टिफाइड किया गया है।

जिला जबलपुर के थानों का पूर्व में आई.एस.ओ. टीम द्वारा निरीक्षण किया गया था जिसमें टीम द्वारा थानों के रखरखाव और व्यवस्थाओं की जांच की गयी, थानों में मालखाना, रिकॉर्ड रूम, शस्त्र शाखा, लॉकअप, इसके अलावा, थानों में ऊर्जा डेस्क, महिला डेस्क, शिकायत शाखा और बैठने की व्यवस्था तथा कंप्यूटर कक्ष का रखरखाव पूरी तरह से व्यवस्थित पाये जाने पर थाना सिविल लाईन, ओमती, लार्डगंज, मदनमहल एवं भेडाघाट को आईएसओ अवार्ड से नवाजा गया.।

आज दिनॉक 21-3-2024 को थाना सिविललाईन परिसर में आई.एस.ओ अधिकारी श्री जितेन्द्र खण्डेलवाल के द्वारा पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर श्री अनिल सिंह कुशवाह (भा.पु.से.), पुलिस उप महानिरिक्षक श्री तुषार कांत विद्यार्थी (भा.पु.से.) एवं कलेक्टर जबलपुर श्री दीपक सक्सेना (भा.प्र.से.) तथा पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) की उपस्थिति में थाना प्रभारी सिविल लाईन श्री धीरज राज, थाना प्रभारी ओमती श्री वीरेन्द्र सिंह पवार, थाना प्रभारी लार्डगंज श्री हरिकिशन आटनेरे, थाना प्रभारी मदनमहल श्री प्रवीण धुर्वे एवं थाना प्रभारी भेडाघाट श्रीमति पूर्वा चौरसिया को आईएसओ अवॉर्ड के लिए अनिवार्य मुख्य सेवा शर्तें शत-प्रतिशत पूर्ण करने पर आई.एस.ओ सर्टिफिकेट’’ सौंपा गया।

आईएसओ सर्टिफिकेट हेतु 4 मानक अनिवार्य –
पहला मानक -व्यवहार व कुशलता – आईएसओ ने अंतर्राष्ट्रीय मानक व्यवहार कुशलता पर थाने के कर्मचारियों का परीक्षण किया। थाने पहुंचने वाले शिकायतकर्ताओं से पुलिसकर्मी व अधिकारियों का बर्ताव, शिकायत की गंभीरता को समझने, निराकरण के लिए प्रयास, इसमें लगने वाले समय का आंकलन किया । थाने के कर्मचारी सौ फीसदी खरे उतरे।
दूसरा मानक- सेवा – इसमें देखा गया कि पुलिस कर्मियों द्वारा कितने समय में एफआईआर की गई। इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर द्वारा क्या प्रयास किए। रोजनामचे में शिकायत का उल्लेख, थाने में विजिटिंग हॉल की व्यवस्था, महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था, अलग-अलग लॉकअप, शिकायतों पर जांच की। व्यवस्था और पेंडेंसी देखी गई।
तीसरा मानक – रिकॉर्ड अपडेट रखना – क्रमवार एफआईआर, अपराधियों की सूची, थाने की 12 तख्तियां, 27 रजिस्टर, संदिग्ध व्यक्तियों की सूची, मालखाने में जब्त माल की जानकारी समेत थाने के कर्मचारियों के आने-जाने का समय रोजनामचे में दर्ज होने की जानकारी कम्प्यूटर में दर्ज होनी चाहिए।
चौथा मानक- सूचना का आदान-प्रदान – शिकायतकर्ताओं को कार्रवाई और एफआईआर से अवगत कराना चौथा मानक है। इसमें सीसीटीएनएस के माध्यम से ऑनलाइन एफआईआर, दर्ज एफआईआर को 24 घंटे के भीतर इंटरनेट पर ऑनलाइन करना।

इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुश्री सोनाक्षी सक्सेना (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर दक्षिण/अपराध) श्री समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ( शहर उत्तर/यातायात) श्री प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री सूर्यकांत शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति सोनाली दुबे
नगर पुलिस अधीक्षक अधारताल श्रीमति प्रियंका करचाम, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्री रीतेश कुमार शिव, नगर पुलिस अधीक्षक ओमती श्री पंकज मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक रांझी श्री विवेक कुमार गौतम, नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर श्री एच.आर. पाण्डे, नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर श्री राजेश ंिसह राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक कैट श्री उदय भान सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक गढा श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक बरगी श्री सुनील नेमा, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यायलय श्री बी.एस. गोठरिया, उप पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुश्री आकाक्षा उपाध्याय, एसडीओपी सिहोरा सुश्री पारूल शर्मा, एसडीओपी पाटन श्री लोकेश डाबर तथा समस्त थाना प्रभारी शहर/देहात उपस्थित रहे।

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