*पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री तुषार कांत विद्यार्थी ने ली वर्षिक अपराध समीक्षा बैठक*

*👉 कहा गम्भीर एवं चिन्हित अपराधों में सरगर्भित विवेचना कर अपराधी को उसके किये की दिलायें सजा*

*👉चाकूबाजों एवं गुण्डे बदमाशों के विरूद्ध उनके आपराधिक रिकार्ड को दृष्टिगत रखते हुये की जाये जिला बदर, एन.एस.ए. की प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही*

*👉 एस.सी./एस.टी. के प्रकरणों में शीघ्र आरोपी की गिरफ्तारी करें एवं समय सीमा में पीडित को राहत राशि दिलायें*

*👉 CM हैल्पलाईन एवं वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र करें संतुष्टीपूर्वक निकाल*

*👉बारिश के मौसम को दृष्टिगत रखते हुये जल प्लावन की स्थिति निर्मित होने पर आपात कालीन परिस्थितियों से निपटने हेतु व्यवस्थाओं के सम्बंध में दिये आवश्यक दिशा निर्देश*

आज दिनॉक 23-7-24 को दोपहर 12-30 बजे पुलिस कंट्रोलरूम जबलपुर में पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री तुषार कांत विद्यार्थी के द्वारा पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) की उपस्थिति में वर्षिक अपराध समीक्षा बैठक ली गई।

बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुश्री सोनाक्षी सक्सेना (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात श्री प्रदीप कुमार शेण्डे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री सूर्यकांत शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति सोनाली दुबे तथा समस्त राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी शहर एवं देहात तथा चौकी प्रभारी उपस्थित रहे।

सर्वप्रथम आपने थानो मे लंबित गम्भीर एवं चिन्हित 1-1 अपराध की समीक्षा की एवं थाना प्रभारियों से उक्त प्रकरण के लंबित होने का कारण जाना तथा निकाल के सम्बंध मे आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

चिन्हित गम्भीर अपराध में हर हाल में आरोपी को उसके किये की सजा होनी चाहिये, इस हेतु विवेचना मे किसी भी प्रकार की कोई ,त्रुटि न हो इसका ध्यान रखें। एफआईआर से लेकर , गिरफ्तारी, चालान ही मुख्य कार्यवाही नहीं है, प्रकरण के विचारण के दौरान फालोअप करते हुये समय पर गवाहों को मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करें ताकि प्रकरण का निराकरण शीघ्र हो सके।

173 (8) एवं 299 जा.फौ. के प्रकरणों की समीक्षा करते हुये निर्देशित किया कि 299 जा.फौ. के जिन प्रकरणों में वारंट प्राप्त नहीं हुये है, प्राथमिकता के आधार पर मान्नीय न्यायालय से अनुरोध कर प्राप्त करें, तथा फरार चल रहे आरोपी की पतासाजी करते हुये शीघ्र गिरफ्तारी करते हुए प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर निकाल करें ।

लंबित एस.सी./एस.टी. के प्रकरणों की आपके द्वारा समीक्षा करते हुये निकाल के सम्बंध मे आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए तथा आदेशित किया कि पीड़ित को तत्काल राहत राशि समय पर दिलायें।

चाकूबाजों एवं गुण्डे बदमाशों पर उनके आपराधिक रिकार्ड को ध्यान में रखते हये सभी के विरूद्ध प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही जिला बदर, एन.एस.ए. की करें। इसके साथ ही एैसे अपराधी जो बंध पत्र का उल्लंघन करते हैं, उनके विरूद्ध 122 जाफौ. के तहत कार्यवाही की जावे।

लंबित 376 भादवि एवं 420 भादवि के प्रकरणों की आपके द्वारा समीक्षा की गयी, एवं निकाल के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। इसके साथ ही लंबित धारा 363 भादवि के प्रकरण में अपहृत अवयस्क बालक/बालिकाअेंा की हर सम्भव प्रयास कर दस्तयाबी हेतु निर्देशित किया गया।

सी.एम. हैल्प लाईन एवं वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त लंबित शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर त्वरित संतुष्टीकारक निराकरण किया जाये।

पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध लंबित विभागीय जांच के प्रकरणों मे भी समय-सीमा निर्धारित कर उनका निराकरण करने के निर्देश दिये।
माननीय उच्च न्यायालय से प्राप्त नोटिस/समंस/वारंट की तामीली हेतु टीम बनाकर समय पर तामीली करायें।

थाने में कोई पीडित अपने आपको असहाय समझ कर आता है, उसकी अपेक्षा होती है कि जो भी कानूनी प्रावधानो के तहत कार्यवाही बनती है की जाये, आपका भी दायित्व बनाता है कि उसे सौहाद्रपूर्ण माहौल दे तथा पीडित की समस्या को ध्यान से शालीनता पूर्वक सुनें और तत्काल विधिसम्मत कार्यवाही करते हुये उसे राहत पहुंचायें ।

घटित हुये सम्पत्ति संबंधी अपराधों में चोरी गई सम्पत्ति की बरामदगी के हर सम्भव प्रयास करें इस हेतु पूर्व में पकड़े गये एवं जेल से रिहा हुये सम्पत्ति सम्बंधी अपराधियों से पूछताछ करते हुये उनकी गुजर बसर की जांच करें।

शासकीय वाहनो में बलवा ड्रिल सामाग्री, टियर गैस, टार्च, वीडियो कैमरा, लाउड हेलर आवश्यक रूप से रखे, वाहन का पीए एवं सायरन सिस्टम चालू हालत मे हो यह सुनिश्चित करें। छोटी सी घटना की जानकारी भी लगती है तो तत्काल मौके पर पहुंचकर वैधानिक कार्यवाही करें, हमारी कार्यवाही निश्पक्ष होना चाहिये हमारा प्रमुख उद्देश्य शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखना है इसमे किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होना चाहिये। आपकी कार्यवाही से आम नागरिकों में पुलिस के प्रति सुरक्षा का भाव हो तथा असमाजिक तत्वों/गुण्डे बदमाशों में पुलिस का खौफ होना चाहिये।

इसके साथ ही आपने बारिश के मौसम को दृष्टिगत रखते हुये जल प्लावन, रिपटा, पुल, पुलिया, आदि पर बारिश का पानी आने व अन्य आपात कालीन परिस्थितियों से निपटने हेतु निर्देशित किया कि जल भराव के सम्भावित क्षेत्रों मे लगातार भ्रमण सुनिश्चित करें, जल प्लावन की स्थिति निर्मित होने पर कन्ट्रोलरूम को तत्काल अवगत कराते हुये नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत व ग्राम पंचायत से समन्वय स्थापित कर व्यवस्था बहाल कराया जाना सुनिश्चित करें। थाने में पर्याप्त मात्रा में हवा से भरे हुये ट्यूब, रस्सा, बांस, टार्च, उपलब्ध होना सुनिश्चित करें। स्थानीय तैराकों से सतत सम्पर्क रखें, ताकि आवश्यकता पडने पर उनकी तत्काल मदद ली जा सके। थाना क्षेत्र में रिपटे पुल/पुुलिया मार्ग पर जल प्लावन की स्थिति निर्मित होने पर तत्काल मार्ग बंद कर आवश्यक स्टॉपर एवं बैरिकेटिंग की जाकर सांकेतिक फ्लैक्स लगायें, तथा आने जाने वालों को परिवर्तित मार्गांे से जाने हेतु सूचित किया जाये। ग्राम सरपंचों से चर्चा कर एैसे गॉव जिनमें जलभराव की स्थिति निर्मित हो सकती है, उन गॉवों में निवास करने वाले बीमार, अत्याधिक बुजुर्ग, गर्भवती महिला को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कराया जाये । थाना क्षेत्र के शासकीय स्कूल एवं ग्राम पंचायत/सामुदायिक आदि भवनो को चिन्हत कर रखा जाये ताकि गॉव/कस्बे में अधिक जल भराव की स्थिति निर्मित होने पर गॉव/कस्बे के लोगों को शिफ्ट कराया जा सके।

keyboard_arrow_up
Skip to content