*सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने हेतु पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय के निर्देश पर चलाया जा रहा है विषेष यातायात जागरूकता अभियान चलाकर*

*कलेक्टर जबलपुर श्री राघवेन्द्र सिंह एवं पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय कर उपस्थिति में -*
*👉 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डॉक्टरों द्वारा दिया गया सी.पी.आर. तकनीक का प्रशिक्षण*
*👉 जबलपुर पुलिस द्वारा विवो मोबाईल कंपनी के सौजन्य से किया गया निःषुल्क हेलमेट वितरण*
*👉 हरी झण्डी दिखाकर यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने हेतंु निकाली जा रही जागरूकता वाहन रैली को किया रवाना*
सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने हेतु पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से) द्वारा जिले में दिनांक 26.11.2025 से 10.12.2025 तक मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत मुख्य चार बिंदुओं -1.बिना हेलमेट धारण कर दो पहिया वाहन चालकों के विरूद्ध। 2.बिना फिटनेष के परिवहन कर रहे वाहन चालको के विरूद्व। 3.तेज गति से वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध, 4.बिना एचएसआरपी नम्बर प्लेट वाले वाहनों के विरूद्ध एक विषेष अभियान चलाया जा रहा है साथ ही लोगों को यातयात नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
इसी तारतम्य में आज दिनॉक 2-12-25 को कलेक्टर जबलपुर श्री राघवेन्द्र सिंह (भा.प्र.से.) एवं पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) की उपस्थिति में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दोपहर 1 बजे पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डॉक्टरों की टीम के द्वारा सी.पी.आर. प्रशिक्षण दिया गया तथा वीवो कम्पनी के सहयोग से निः शुल्क हैल्मेट का वितरण करते हुये हरी झण्डी दिखाकर यातायात जगरूकता दुपहिया वाहन रैली को रवाना किया गया।
इस अवसर पर जिला जिला चिकित्सालय के डाक्टर संजय जैन, एवं वीवो कम्पनी के प्रतिनिधि श्री हेमंत त्रिवेदी, एनएसएस क्वाडीनेटर डॉ. शोभाराम तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री आयुष गुप्ता (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) सुश्री अंजना तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री जितेन्द्र सिंह, उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री संतोष शुक्ला एवं उप पुलिस अधीक्षक यातायात गढा श्री बैजनाथ प्रजापति तथा यातायात थाने मे पदस्थ अधिकारी कर्मचारी तथा एन.एस.एस. छात्र/छात्रायें उपस्थित रहे।
*सी.पी.आर. प्रशिक्षण-* डाक्टरों ने बताया कि “कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन” अर्थात सी.पी.आर. देकर कार्डियक अरेस्ट से लोंगों की जान बचायी जा सकती है। कार्डियक अरेस्ट में तत्काल सी.पी.आर. देने से मरीज की जान बचने के साथ ही साथ उसके ब्रेेन डेड होने का खतरा भी टल जाता है। हार्ट अटैक व कार्डियक अरेस्ट में फर्क होता है, हार्ट अटैक पूर्व दिक्कतों की वजह से होता है जैसे कोई लम्बे समय से बी.पी. का मरीज है और उसकी दवा ले रहा है अथवा पहले से वह हृदय रोग व दूसरी जटिल बीमारी से ग्रस्त है जबकि कार्डियक अरेस्ट अचानक होता है, यह खाते समय गले मे कोई चीज फस जाने व दूसरे कई अज्ञात कारणों से हो सकता है। र्कािर्डयक अरेस्ट होने पर सांस रूक जाती है, इससे हृदय, ब्रेन, किडनी, लिवर, इत्यादि अंगों में ऑक्सीजन व रक्त की सप्लाई बाधित होने लगती है यदि लगातार 3 से 5 मिनिट तक खास कर ब्रेन को ऑक्सिजन नहीं पहुंची तो ब्रेन डेड हो सकता है, एैसे मे यदि कार्डियक अरेस्ट होने पर मरीज बाद मे बच भी जाये तो उसकी जिंदगी किसी काम की नहीं रह जाती है इसलिये तुरंत सी.पी.आर. देना जरूरी होता है, सी.पी.आर. देने से ब्रेन, हार्ट सहित अन्य अंगो को आक्सिजन की सप्लाई दुबारा शुरू हो जाती है और मरीज को अस्पताल पहुंचाने तक का मौका मिल जाता है, यही कारण है कि तुरंत सी.पी.आर. देने से ज्यादातर मरीज की जान बच जाती है।
*सी.पी.आर. देने का तरीका* – जब व्यक्ति खाते, चलते, बोलते व अन्य कोई काम करते करते अचानक अपनी जगह पर गिर जाता है उसकी धडकनें खामोश होने लगती है, शरीर को चलाने वाले महत्वूपर्ण अंगों में ऑक्सिजन सप्लाई बाधित होने से मल्टी आर्गन फै्ल्योर का खतरा बढ जाता है एैसे में मरीज को तुरंत समतल सतह पर लिटाकर 100 से 120 बार उसके सीने पर दोनों हाथों से कम्प्रेेस (दबाव) डाला जाता है, हर 30 कम्प्रेस पर मरीज के मुंह में अपने मुंह से सांस दी जाती है, इससे खमोश हुई धडकनें फिर चल पडती है सभी आर्गन को ऑक्सिजन पहुंचने लगती है, ब्रेन डेड होने का खतरा भी टल जाता है।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.) ने कहा कि सी.पी.आर. तकनीक बहुत उपयोगी है जिसके बारे में ज्ञान होना बहुत जरूरी है। जब भी कोई घटना होती है तो सबसे पहले पुलिस मौके पर पहुंचती है। सी.पी.आर. तकनीक का ज्ञान होने पर पुलिसकर्मी द्वारा जान बचायी जा सकती है, इसी उद्देश्य को लेकर आज पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन रक्षा उपायों से अवगत कराते हुये सी.पी.आर. तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया है।
*निः शुल्क हैल्मेट वितरण* – यातायात जागरूकता अभियान के तहत विवो मोबाईल कंपनी के सौजन्य से वीवी कम्पनी के जोनल सेल्स मैनेजर श्री हेमंत त्रिवेदी द्वारा दो पहिया वाहन चलाने वाले वाहन चालको को निःशुल्क 50 हेलमेट वितरित किये गये।
*जागरूकता वाहन रैली-* संस्कारधानी वासियों को यातायात नियमो के प्रति जागरूक करने हेतु पुलिस अधीक्षक कार्यलय से वाहन रैली निकाली गयी।





